भारत की मेजबानी में पहली बार हुआ चेस ओलिंपियाड
भारत ने पहली बार चेस ओलिंपियाड की मेजबानी की। ओपन कैटेगरी में भारत-2 टीम 18 अंक के साथ तीसरे नंबर पर रही और ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया, जबकि महिला कैटेगरी में भी ब्रॉन्ज जीता था। डी. गुकेश और निहाल सरीन ने गोल्ड अपने नाम किए। ओलिंपियाड में भारत सहित 190 देशों के करीब 2500 से अधिक खिलाड़ी शामिल हुए थे। इसमें हमारे चेस खिलाड़ियों का प्रदर्शन उभरकर सामने आया है। जानते हैं हमारे उभरते हुए चेस जीनियस के बारे में1. डी. गुकेश (Gukesh D), उम्र: 16 साल
चेन्नई के गुकेश 11 राउंड में कुल 9 अंक के साथ ग्रुप में टॉप पर रहे और गोल्ड जीता। गुकेश ने शुरुआती 8 राउंड में जीत हासिल की। वे ग्रैंडमास्टर के लिए क्वालिफाई करने वाले इतिहास के तीसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं। गुकेश 2019 में ग्रैंड मास्टर बने थे। गुकेश ने 2015 में एशियन स्कूल चेस चैंपियनशिप के अंडर-9 और 2018 में वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप के अंडर-12 में जीत हासिल की।
2. निहाल सरीन(Nihal Sarin), उम्र: 18 साल
केरल के ग्रैंडमास्टर निहाल ने भी गोल्ड जीता। वे 11 राउंड में कुल 7.5 अंक के साथ टीम में दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने 14 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर का खिताब हासिल किया। वह 2600 के एलो रेटिंग को पार करने वाले दुनिया के चौथे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने 14 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। वर्ल्ड यूथ चेस चैंपियनशिप में दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीते हैं।
0 टिप्पणियाँ